
Gusle Janabat ke bad Roza
हज़रत आयशा (र) बयान करती हैं। रसूलुल्लाह ﷺ को रमज़ान में कभी हालते-जनाबत में सुबह हो जाती तो आप ग़ुस्ल करते और फिर रोज़ा रखते। (मुत्तफ़क़ अलैह) Mishkat 2001 ... Read MoreRead More
हज़रत आयशा (र) बयान करती हैं। रसूलुल्लाह ﷺ को रमज़ान में कभी हालते-जनाबत में सुबह हो जाती तो आप ग़ुस्ल करते और फिर रोज़ा रखते। (मुत्तफ़क़ अलैह) Mishkat 2001 ... Read MoreRead More
हज़रत अबू-हुरैरा (र) बयान करते हैं कि रसूलुल्लाह ﷺ ने फ़रमाया : जो शख़्स भूल जाए कि वो रोज़े से है और वो खा ले या पी ले तो वो ... Read MoreRead More
हज़रत अबू-हुरैरा (र) बयान करते हैं कि रसूलुल्लाह ﷺ ने फ़रमाया : मोमिन की बेहतरीन सेहरी खजूर है। (अबू-दाऊद) Mishkat 1998 ... Read MoreRead More
हज़रत अबू-हुरैरा (र) बयान करते रसूलुल्लाह ﷺ ने फ़रमाया : जो शख़्स (रोज़ा की हालत में) झूट और बुरे काम तर्क नहीं करता तो अल्लाह को कोई ज़रूरत नहीं कि ... Read MoreRead More
ذَهَبَ الظَّمَأُ وَابْتَلَّتِ الْعُرُوقُ وَثَبَتَ الْأَجْرُ إِنْ شَاءَ الله हज़रत इब्ने-उमर (र) बयान करते हैं कि जब नबी (ﷺ) रोज़ा इफ़्तार करते तो आप ये दुआ पढ़ा करते थे : ... Read MoreRead More
Surat No 2 : سورة البقرة – Ayat No 3 الَّذِیۡنَ یُؤۡمِنُوۡنَ بِالۡغَیۡبِ وَ یُقِیۡمُوۡنَ الصَّلٰوۃَ وَ مِمَّا رَزَقۡنٰہُمۡ یُنۡفِقُوۡنَ जो ग़ैब पर ईमान लाते हैं, नमाज़ क़ायम करते हैं, ... Read MoreRead More
हज़रत अबू-हुरैरा (र) बयान करते हैं कि रसूलुल्लाह ﷺ ने फ़रमाया : जब तुममें से कोई अज़ान (फ़ज्र) सुने और (खाने-पीने का) बर्तन उसके हाथ में हो तो वो अपनी ... Read MoreRead More
हज़रत ज़ैद-बिन-ख़ालिद (र) बयान करते हैं कि रसूलुल्लाह ﷺ ने फ़रमाया : जो शख़्स किसी रोज़ेदार का रोज़ा इफ़्तार कराए या किसी मुजाहिद की तैयारी करा दे तो उसे भी ... Read MoreRead More
हज़रत सलमान-बिन-आमिर (र) बयान करते हैं कि रसूलुल्लाह ﷺ ने फ़रमाया : जब तुममें से कोई इफ़्तार करे तो वो खजूर से इफ़्तार करे क्योंकि वो वजह बरकत है। अगर ... Read MoreRead More
हज़रत सहल (र) बयान करते हैं कि रसूलुल्लाह ﷺ ने फ़रमाया : जब तक लोग इफ़्तारी करने में जल्दी करते रहेंगे वो ख़ैर और भलाई पर रहेंगे। (मुत्तफ़क़ अलैह) Mishkat ... Read MoreRead More