0 Comments हज़रत आयशा (र) बयान करती हैं। रसूलुल्लाह ﷺ को रमज़ान में कभी हालते-जनाबत में सुबह हो जाती तो आप ग़ुस्ल करते और फिर रोज़ा रखते। (मुत्तफ़क़ अलैह) Mishkat 2001 Tags: Ramdan fazilat