Rozdar ko Iftar karwana

0 Comments

हज़रत ज़ैद-बिन-ख़ालिद (र) बयान करते हैं कि रसूलुल्लाह ﷺ ने फ़रमाया : जो शख़्स किसी रोज़ेदार का रोज़ा इफ़्तार कराए या किसी मुजाहिद की तैयारी करा दे तो उसे भी इस (रोज़ेदार या मुजाहिद) के जैसी अज्र मिलता है। (बैहक़ी शोबुल-ईमान)
Mishkat 1992