
Alwada Mahe Ramzan lyrics in Hindi
क़ल्ब-ए-आशिक़ है अब परा-पराअलविदा अलविदा माह-ए-रमज़ानक़ल्ब-ए-आशिक़ है अब परा-पराअलविदा अलविदा माह-ए-रमज़ान तेरे आने से दिल ख़ुश हुआ थाऔर ज़ौक़-ए-इबादत बढ़ा थाअब दिल पे है ग़म का ग़ल्बाअलविदा अलविदा माह-ए-रमज़ान नेकियाँ ... Read MoreRead More