
Iftar ka Waqt hote hi Iftari kar liya karo
हज़रत सहल (र) बयान करते हैं कि रसूलुल्लाह ﷺ ने फ़रमाया : जब तक लोग इफ़्तारी करने में जल्दी करते रहेंगे वो ख़ैर और भलाई पर रहेंगे। (मुत्तफ़क़ अलैह) Mishkat ... Read MoreRead More
Maahe Ramdan Karim ki Fazilat ki aahadis sharif
हज़रत सहल (र) बयान करते हैं कि रसूलुल्लाह ﷺ ने फ़रमाया : जब तक लोग इफ़्तारी करने में जल्दी करते रहेंगे वो ख़ैर और भलाई पर रहेंगे। (मुत्तफ़क़ अलैह) Mishkat ... Read MoreRead More
हज़रत अनस (र) बयान करते हैं कि रसूलुल्लाह ﷺ ने फ़रमाया : सेहरी खाया करो क्योंकि सेहरी खाने में बरकत है। (मुत्तफ़क़ अलैह) Mishkat 1982 हज़रत अम्र-बिन-आस (र) बयान करते ... Read MoreRead More
हज़रत इब्ने-उमर (र) बयान करते हैं कि रसूलुल्लाह ﷺ ने फ़रमाया : तुम रोज़ा न रखो यहाँ तक कि तुम (रमज़ान का) चाँद देख लो और रोज़ा रखना न छोड़ो, ... Read MoreRead More
हज़रत इब्ने-अब्बास (र) बयान करते हैं कि जब माहे-रमज़ान आता तो रसूलुल्लाह ﷺ हर क़ैदी को आज़ाद फ़रमा देते और हर सवाल करने वाले को अता किया करते थे। Mishkat ... Read MoreRead More
हज़रत सलमान फ़ारसी (र) बयान करते हैं कि रसूलुल्लाह ﷺ ने शाबान के आख़िरी दिन हमें ख़िताब करते हुए फ़रमाया : लोगो ! एक बा-बरकत माहे-अज़ीम तुम पर साया फ़िगन ... Read MoreRead More
हज़रत अब्दुल्लाह-बिन-अम्र (र) से रिवायत है कि रसूलुल्लाह ﷺ ने फ़रमाया : रोज़ा और क़ुरआन बन्दे के लिये सिफ़ारिश करेंगे रोज़ा कहेगा अये मेरे रब ! मैंने दिन के वक़्त ... Read MoreRead More
हज़रत अबू-हुरैरा (र) बयान करते हैं कि रसूलुल्लाह ﷺ ने फ़रमाया जब रमज़ान की पहली रात होती है, तो शैतानों और सरकश जिन्नों को जकड़ दिया जाता है। जहन्नम के ... Read MoreRead More
हज़रत अबू-हुरैरा (र) बयान करते हैं कि रसूलुल्लाह ﷺ ने फ़रमाया : इब्ने-आदम के हर नेक अमल को दस गुना से सात सौ गुना तक बढ़ा दिया जाता है। अल्लाह ... Read MoreRead More
हज़रत अबू-हुरैरा (र) बयान करते हैं कि रसूलुल्लाह ﷺ ने फ़रमाया : जो शख़्स ईमान-व-इख़लास और एहतिसाब के साथ रोज़े रखे तो उसके पिछले गुनाह माफ़ कर दिये जाते हैं। ... Read MoreRead More
हज़रत सहल-बिन-सअद (र) बयान करते हैं कि रसूलुल्लाह ﷺ ने फ़रमाया :जन्नत के आठ दरवाज़े हैं। उन में से एक दरवाज़े का नाम रय्यान है। उसमें से सिर्फ़ रोज़ेदार ही दाख़िल ... Read MoreRead More