हज़रत आयशा (र) बयान करती हैं। मैंने कहा : अल्लाह के रसूल! मुझे बताएँ अगर में जान लूँ कि कौन-सी रात शबे-क़द्र है, तो में इसमें किया दुआ करूँ? आप ﷺ ने फ़रमाया : कहो : ऐ अल्लाह! बेशक तू माफ़ करने वाला है। माफ़ करने को पसन्द फ़रमाता है। इसलिये मुझे भी माफ़ फ़रमा।
अहमद इब्ने-माजा तिरमिज़ी उन्होंने उसे सही क़रार दिया है।