Rasoolullah ka Mahe Shawwal me Umrah
हज़रत आयशा (र) से रिवायत हुई है कि रसूलुल्लाह ﷺ ने दो उमराह किये थे एक ज़ुल-क़अदा में और एक शव्वाल में। Sunan Abu Dawood 1991 एक और रिवायत में ... Read MoreRead More
हज़रत आयशा (र) से रिवायत हुई है कि रसूलुल्लाह ﷺ ने दो उमराह किये थे एक ज़ुल-क़अदा में और एक शव्वाल में। Sunan Abu Dawood 1991 एक और रिवायत में ... Read MoreRead More
हज़रत अबू-अय्यूब (र) से रिवायत है, रसूलुल्लाह ﷺ ने फ़रमाया: जिस शख़्स ने रमज़ान के रोज़े रखे फिर उसके बाद शव्वाल में छः रोज़े भी रख लिये तो उसने मानो ... Read MoreRead More
हज़रत आयशा (र) बयान करती हैं कि अबू-बक्र (र) तशरीक़ के दिनों में उन के पास आए तो उन के यहाँ दो बच्चियाँ दफ़ बजा रही थीं और एक दूसरी ... Read MoreRead More
શહેરની મસ્જિદોમાં ઈદુલ-ફિત્રની નમાઝનો સમય ... Read MoreRead More
ईद के लिये पैदल जाना और निकलने से पहले कुछ खा लेना सुन्नत है। अक्सर आलिमों का इसी हदीस पर अमल है। वो मुस्तहब समझते हैं कि आदमी ईद के ... Read MoreRead More
हज़रत अबू-सईद ख़ुदरी (र) बयान करते हैं कि रसूलुल्लाह ﷺ ने ईदुल-फ़ित्र और ईदुल-अज़हा के दिन रोज़ा रखने से मना फ़रमाया। (मुत्तफ़क़ अलैह) Mishkat 2048 हज़रत अबू-सईद ख़ुदरी (र) बयान ... Read MoreRead More
हज़रत अबू-सईद ख़ुदरी (र) बयान करते हैं कि नबी (ﷺ) ईदुल-फ़ित्र और ईदुल-अज़हा के लिये ईदगाह तशरीफ़ ले जाते (मुत्तफ़क़ अलैह) Mishkat 1426 हज़रत अबू-हुरैरा (र) से रिवायत है कि ... Read MoreRead More
हज़रत अबू-हुरैरा (र) बयान करते हैं कि जब नबी (ﷺ) नमाज़े-ईद के लिये तशरीफ़ ले जाते तो आप एक रास्ते से जाते और दूसरे रास्ते से वापस आते। तिरमिज़ी और ... Read MoreRead More
हज़रत अनस (र) बयान करते हैं कि रसूलुल्लाह ﷺ ईदुल-फ़ित्र के दिन ताक़ गिनती (1,3,5..) में खजूरें खा कर ईदगाह जाया करते थे। बुख़ारी Mishkat 1433 ... Read MoreRead More
ज़कात। सदकात । लिल्लाह रमजान के बरकत वाले महिने मैं अलहमदुलिल्लाह मुसलमान लाखों करोडों रुपय की ज़कात निकाल देते हैं, लेकिन फिर भी 80% गरीबों की परेशानी हल नहीं होती। ... Read MoreRead More